माँ कौशल्या मंदिर निर्माण त्रिवर्षीय संकल्प महाभियान में जुड़े सैकड़ों सदस्य
पाॅच सौ सदस्यों ने दो करोड़ रू दान का लिया संकल्प,,
25 नवम्बर :- पाटेश्वरधाम जिला बालोद में निर्माणाधीन माॅ कौशल्या मंदिर निर्माण हेतु जारी त्रिवर्षीय संकल्प महाभियान में 2 महीने में पाॅच सौ भक्तों ने जुड़कर दो करोड़ रू की राशि का दान देने का संकल्प लिया है। श्रद्धालुओं का उत्साह देखकर मंदिर के रामनवमीं 2026 तक पूर्ण होने की संभावना जतायी जा रही है। रामलला को गोद में बिठाये माॅ कौशल्या के दर्शन के लिये अब भक्त अधीर हो गये हैं।
पिछले दो महिनों में छ ग, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र सहित देशभर के हजारों भक्तों ने मंदिर निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जतायी है। मंदिर के शीघ्र निर्माण को लेकर संत श्री रामबालकदास जी ने श्रद्धालुओं को वर्ष 2024, 2025 और 2026 तीन वर्ष के लिये दान राशि संकल्प के लिये प्रेरित किया था। मंदिर निर्माण की ठोस योजना बनाने के लिये भी भक्तों से आग्रह किया था जिस पर पाॅच सौ सदस्यों ने त्रिवर्षीय संकल्प महाभियान में जुड़कर दो करोड़ रू दान का संकल्प लिया है। इसमें क्षमता अनुसार एक हजार एक सौ रू से लेकर ग्यारह लाख रू तक दान करने वाले दानदाता शामिल हैं। बाबा जी ने बताया कि मंदिर निर्माण के चौबीस हजार पुराने सदस्य हैं। नयी योजना में अब तक पाॅच सौ लोग जुड़े हैं तथा दस हजार नये सदस्य जोड़ने का लक्ष्य है। योजना से जुड़ने वाले प्रत्येक सदस्य से दस नये सदस्य बनाने का आग्रह किया जा रहा है। अभी भी मंदिर निर्माण हेतु दस करोड़ रू की आवश्यकता है। 23 नवंबर से 25 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसमें संकल्प महाभियान के तहत पाॅच करोड़ रू संग्रह की योजना है। बाबा जी ने कहा भक्तों ने निष्ठापूर्वक कार्य किया तो रामनवमीं 2026 को रामलला को गोद में लिये हुये माॅ कौशल्या की मनोहारी झाॅकी का हम दर्शन पाटेश्वर धाम में कर पायेंगे।
विश्व का अद्वितीय माॅ कौशल्या धाममंदिर निर्माण कार्य विगत 17 वर्षों से पाटेश्वरधाम में चल रहा है जिसमें अब तक नौ करोड़ रू खर्च हो चुके हैं।। तीन मंजिला यह मंदिर 136 फुट लंबा, 65 फुट चौड़ा एवं 108 फुट ऊँचा होगा। मंदिर के प्रथम तल का निर्माण हो चुका है। दूसरे तल का काम जारी है जिसमें पंचमुखी हनुमान की अष्टधातु की नौ फुट ऊॅची आकर्षक मूर्ति स्थापित है। तीसरे तल में माॅ कौशल्या रामलला को गोद में लेकर विराजमान होंगी। 108 फुट ऊॅचे इस अद्वितीय, अप्रतिम और भव्य मंदिर में 108 मूर्तियाॅ स्थापित होंगी जो अद्भुत होगा। भरतपुर राजस्थान से लाल पत्थर आता है जिसकी वहीं के शिल्पकार नक्काशी करते हैं। बाबा जी ने भक्तों से कहा कि भगवान राम के देश में लाखों मंदिर हैं लेकिन उनकी जन्मदात्री छ ग की बेटी हमारी माॅ कौशल्या का मंदिर पूरे देश का अभिमान होगा। महर्षि जमदग्नि की प्राचीन तपस्थली तथा श्री रामजानकी दास महात्यागी की साधना स्थली पाटेश्वरधाम तीर्थस्थल का आकार ले चुका है। यह लाखों भक्तों की आस्था तथा श्रद्धा का केन्द्र बन चुका है। यहाॅ से जुड़े प्रत्येक श्रद्धालु का नैतिक कर्तव्य है कि मंदिर निर्माण पूर्णता की चिंता करते हुये अपनी अधिकतम भागीदारी निभाये।